Our hate to love journey

CHAPTER - 1

फाइनली आज रीना अपने दोस्तों से मिलने जा रही थीं। पुरे पाँच साल के बाद वो अपने दोस्तों से मिलने वाली है, ये बात सोच कर वो बहुत खुश थी। कॉलेज के पहले साल में वो अपने दोस्त श्रिया से मिली थी। पेहेले ही दिन से उनकी दोस्ती बहोत गेहरी हो गई थी। समय के साथ उसके और बहोत से दोस्त बन गए, कॉलेज मै उनका पुरा ग्रुप ही बन गया था। 

लेकिन कॉलेज खत्म होने के बाद रीना फिर से पुणे से मुंबई आ गई थी। 

सभी लोग अपने पर्सनल लाइफ में इतने बीजी हो गए थे की उनको मिलने की फुर्सत ही नहीं मिली। 

लेकिन कुछ दिन पेहेल सभी दोस्तों ने मिलने का फैसला किया। सभी ने मिलकर गोवा में सात दिन के लिए घूमने जाने का फैसला किया। सभी दोस्त एकदूसरे से मिलने के लिए बहुत एक्साइटेड़ थे।

 रीना ने अपनी बैग पैक कि और अपने दोस्तों से मिलने निकल गई। रीना बस जिस लोकेशन से रवाना होने वाली थी वहा पर पहुँच गई।

वो अपने दोस्तों को ढुंढ रही थी तभी उसको पीछे से एक आवाज आई उसने पीछे मुड़ कर देखा तो उसके सामने श्रिया खड़ी थी। उसे देख कर रीना के खुशी का ठिकाना नहीं था, उसने कस के श्रिया को गले लगाया। बाकी दोस्त भी वहा पहोच गए थे, सभी एक दूसरे से मिलके बहुत खश हुए थे। आते ही उनकी बाते शुरू हो गई। रीना को सबको मिल के ऐैसा लगा ही नही की वो पाँच साल बाद उन सबसे मिल रही हैं, इतने सालों बाद भी उनकी दोस्ती आज भी उतनी ही गेहरी थी। 

कही दोस्त अपने गर्लफ़्रेंड और बॉयफ्रेंड के साथ आए थे ये देख कर रीना ने चुपके से श्रिया के कान मे कहाँ - मुझे तो लगा सिर्फ हम दोस्त ही घूमने जाने वाले हैं लेकिन ये लोग अपने बॉयफ्रेंड, गर्लफ़्रेंड के साथ आए हैं। मुझे लगता हैं हम दोनों ही पुरे ग्रुप मै सिंगल है, और दोनो हसने लगे। 

श्रिया ने हस कर कहाँ सॉरी रीना लेकिन हम दोनो नहीं बल्कि सिर्फ तुम। 

क्या मतलब? - रीना ने उत्सुकता से पूछा। 

मतलब ये के मेरा बॉयफ्रेंड भी हमारे साथ घूमने आने वाला है श्रिया ने मुस्कुरा के कहा। 

क्या!! तुमने मुझे पहले क्यो नहीं बताया? - रीना ने गुस्से से पूछा।

क्योकी मैं तुम्हे सरप्राइज देना चाहतीं थीं।

तुम मुझे अपना दोस्त बोलति हो और इतना भी नहीं बता सकती थी - रीना ने नाराज होके कहा।

ओके,ओके…आई एम सोरी प्लिज अब नाराज मत हो इतने साल बाद हम मिले हैं प्लिज, श्रिया ने अपने क्यूट एक्सप्रेशन से उसको मना ही लिया।  

CHAPTER 2

दोनो जाकर बस मैं बैठ गए सभी लोग बैठ गए थे सिर्फ दो ही सीट बाकी थी। रीना जल्दी से जाके विंडो सीट के पास बैठ गईं। बस निकलने मे काफी समय था, रीना को बहुत प्यास लगी थी इसलिए रीना अपना बैग सीट पर रखके पानी की बोतल लेने चली गयी।   

रीना पानी लेके आ गयी, उसने श्रिया को एक लड़के के साथ देखा, वो उसे अपने गले लगा रही थी। रीना उनके पास गई। 

अरे रीना तुम आ गई, इस से मिलो ये हे मेरा बॉयफ्रेंड राज - श्रिया ने मुस्कुरा के कहा। 

हाय मैं रीना, तुमसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। 

मुझे भी, वैसे तुम्हारे बारे मे मैंने बहुत कुछ सुना हैं। श्रिया हमेशा तुम्हारी तारीफ़ करती है - राज ने मुस्कुरा के कहाँ। 

अरे अभी चलो भी सभी बाते यही पर करोगे हमे निकलने मे देर हो जाएगी - पीछे से एक दोस्त ने उनको पुकारा। 

हा लेट्स गो!! 

वो बस मै चढ़ गए। श्रिया ने अपने बॉयफ्रेंड कि सबसे जान पहचान करायी। बादमे श्रिया अपने बॉयफ्रेंड के साथ जाके बैठ गई। 

रीना अपने सीट पे जाके बैठ ने ही वाली थी तभी उसने देखा के डेनिम जैकेट पहना, कान मै हेडफोन लगाए एक लड़का उसकी सीट पर बैठा था।

वो उसके पास गई, रीना ने उनको पुकारा- एक्सक्यूज मी. लेकिन हेडफोन पहने के कारण उसे रीना की आवाज सुनाई नहीं दी।

फिर रीना ने अपने हाथों से धीरे से उसके कंधो पर थपथपायउसने मुड़ कर देखा - येस हाऊ केन आय हेल्प यु? उसने हलकी सी स्माइल देकर पूछा। 

मुझे लगता हैं के आप गलत बस में चड़ गए है, ये हमारी बस है, हम सब गोवा जा रहे है, और आप जिस सीटपे बैठे है वो मेरी है। 

हा मुझे पता है, वैसे मे भी आपके साथ गोवा जा रहा हूँ। 

क्या? लेकिन…  वो बोलने ही वाली थी तभी पीछे से श्रिया आ गई। 

सॉरी रीना मै तुम्हे इसके बारे में बताना ही भुल गई, इससे मिलो ये है मेरा कझिन आदित्य ये भी हमारे साथ घूमने जाने वाला है, और आदित्य इससे मिलो ये है मेरी बेस्ट फ्रेंड रीना। 

CHA

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